आगामी महीनों में महंगा हो सकता है सोना
कई गोल्ड सप्लायर बैंकों के वॉल्ट में बीते साल के मुकाबले 10% से भी कम बचा सोना
सोने के दाम हालिया महीनों में घंटे हैं, लेकिन इसमें तेजी की जमीन तैयार हो रही है। भारत में बीते साल के मुकाबले गोल्ड की सप्लाई घट गई है। भारत में सोना आयात करने वाली प्रमुख एजेंसियों में शुमार आईसीबीसी स्टैंडर्ड बैंक, जेपी मॉर्गन और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक हर साल त्योहारों के दौरान ज्यादा सोना आयात करते हैं। लेकिन इस साल इन बैंकों ने भारत के लिए आने वाले शिपमेंट में कटौती करके उसे चीन, तुर्की और ऐसे अन्य देशों में भेज दिया है जहां ज्यादा कीमत मिल रही है।
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"कैसे के बॉल्ट में बीते साल के मुकाबले 10% से भी कम सोना बचा है। मुंबई के एक वॉल्ट अधिकारी ने बताया कि आमतौर पर इन वॉल्ट में बैंकों का कई टन सोना होता है, लेकिन फिलहाल कुछ किलो ही है। इसकी वजह से बीच त्योहारों में दुनिया के दूसरे सबसे बड़े गोल्ड मार्केट भारत में सोने की कृत्रिम कमी पैदा हो सकती है। ऐसे में पीक डिमांड सीजन में खरीदारों को भारी प्रीमियम चुकाना पड़ सकता है। इसके चलते धनतेरस, दिवाली और शादियों के लिए गोल्ड खरीदने वालों को ज्यादा दाम चुकाने पड़ सकते हैं।
भारत की जगह चीन और तुर्की को इसलिए बढ़ाई गई गोल्ड सप्लाई
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि भारतीय होलसेलर सोने पर 1-2 डॉलर प्रति आउंस प्रीमियम चुका रहे हैं। चीन में से 25-30 डॉलर और तुर्की में 80 डॉलर है। यही वजह है कि बैंकों ने भारत का सोना इन देशों में भेज दिया है। त्योहारों में डिमांड बढ़ने से भारत में भी होलसेलर 8-10 डॉलर तक प्रीमियम चुकाकर गोल्ड खरीदेंगे। इससे दिवाली तक सोने में 1000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक तेजी आ सकती है।
देश में 16 बैंकों को गोल्ड इम्पोर्ट की अनुमति
एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, फेडरल बैंक, एचडीएफसी, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना, आईसीआईसीआई, इंडसइंड, इंडियन ओवरसीज बैंक, कोटक महिंद्रा, करूर वैश्य बैंक, पीएनबी, आरबीएल. एसबीआई, यूनियन बैंक और यस बैंक।
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